रविवार, 11 अप्रैल 2010

हंसी हंसी में -1

बंटी बहुत उदास बैठा था। उसके दोस्त ने उदासी का कारण पूछा।

बंटी बोला : मेरी वाइफ ने मुझसे बात न करने की कसम खाई है , एक महीने के लिए ...
दोस्त : यह तो बड़ी अच्छी बात है।

बंटी : क्या खाक अच्छी बात है ? आज महीने का आखिरी दिन है ! 

पिताजी ( बेटी से ) : बेटी , तुम मेरी इस कानून की किताब को चिमटे से पकड़कर क्यों ला रही हो ?'
बेटी : पिताजी , आप ही तो कहते हैं , कि हमें कानून को हाथों में नहीं लेना चाहिए। 

होटल मैनेजर - जनाब क्या मेरा नौकर आपको 6 बजे जगा दे ?
कस्टमर - जरूरत नहीं , मैं रोज 6 बजे उठ जाता हूं।
मैनेजर - तो फिर मेहरबानी करके मेरे नौकर को जगा दीजिएगा।

प्रीतो अपने पति से फोन पर : सुनो जी , कारबुरेटर में पानी चला गया है ...
बंता : कारबुरेटर में पानी ? मजाक मत करो प्रीतो , ऑफिस में बहुत काम है।
प्रीतो : मैं कह रही हूं जी कारबुरेटर में पानी चला गया है ...
बंता : लेकिन तुम्हें तो यह तक नहीं पता कि कारबुरेटर क्या होता है। चलो मैं आकर देखता हूं। वैसे , कार है कहां पर ?
प्रीतो : अपने स्विमिंग पूल में ! 

सूइसाइड में नाकाम पति से पत्नी बोली : चीज देखकर खरीदा करो। जहर के पैसे भी गए और जिस काम के लिए था वह भी पूरा नहीं हुआ।

 लड़का : मैं कई महीनों से तुमसे एक सवाल पूछना चाह रहा था।
लड़कीः पूछो , मैंने भी महीनों से उसका जवाब तैयार करके रखा था।

संता : यार , लग रहा है मुझे बर्ड फ्लू हो गया है।
बंता : तुझे कैसे पता ?
संता : यार , मेरा कल से उड़ने को बहुत मन कर रहा है।

एक छोटा बच्चा बहुत देर से घर के बाहर खड़ा घंटी बजाने की कोशिश कर रहा था। तभी वहां एक बुड्ढा आदमी आया।
बुड्ढा आदमी : क्या कर रहे हो बेटा ?
बच्चा : अंकल , ये घंटी बजाना चाहता हूं।
बुड्ढा आदमी ( घंटी बजाके ) : लो बज गई। अब क्या है ?


राहुलः हर मर्द की जिंदगी में दो मौके आते हैं , जब वह औरत को समझ नहीं पाता।
मोनूः कब ?
राहुलः शादी से पहले और शादी के बाद।




   

 

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